A collection of my random thoughts and clicks. And here I get misquoted...by myself!!!
Sunday, November 10, 2013
Rafa beats Federer in straight sets to reach the finals of World Tour Finals. This is probably the only significant tournament that Rafa hasn't won so far. Finger crossed!!!
Cannot make it :(
Tried so much to be there for Sachin's 200 test match in Mumbai. Watching the entire match was of course not possible. Wanted to be there during the weekend i.e. 3rd and 4th day.
Contacted so many people for the tickets. Was looking for hospitality seats as they would have been comfortable especially on a short and hectic trip. Though its a test match and usually getting tickets is not an issue, it was proving to be difficult due to the significance of the match. Flight ticket was costly....INR 40K+ ....but I was prepared to spend that much to watch Sachin bat one last time.
It took almost a month but finally.....we got the tickets. Not the hospitality ones but good seats. But these are not passes.....will have to shell out good money. Was still ok with it.....till I rechecked flight tickets. ~70K!!!!! Total trip would be around 85K. And would be able to watch only one day's play as the return flight is at 12:30pm.
Not going :( All the best Sachin.
Thursday, September 19, 2013
तुम चली गयी।
कई बार सोचा था, कुछ बार मनाया था। तुम्हारा होने से लोगों को परेशानी ही थी। कोई न अपने ढंग से रह सकता था, ना कहीं जा सकता था। तुम्हारा चला जाना काफी परेशानियों को ख़त्म कर सकता था। या यूँ कहें की तुम्हारे नहीं होने से उन सब परेशानियों को ख़त्म करने के लिए कम से कम कुच्छ किया जा सकता था।
बहुत गुस्सा था तुम्हारे लिए मन में। तुमने जैसा बर्ताव मेरे करीबों लोगों के साथ किया, अच्छा नहीं लगा। सोचता था की कैसी हो तुम.… जो इतना कुच्छ कर रहा है तुम्हारे लिए, उसके बारे में भी खराब बोलती हो। इतना गुस्सा था और इतना परेशान था की हमेशा लगता था की तुम्हारे चले जाने से ख़ुशी ही होगी।
पर ऐसा कुछ नहीं हुआ. बहुत दुःख है…सुबह से हर थोड़े देर पर बस रो ही रहे हैं.….
अम्मा, हमको हमेशा से पता था की तुम हमको बहुत प्यार करती हो। तुम मेरे लिए कभी बुरी नहीं थी। हमेशा मेरा साथ देती थी, लाड लगाती थी, कहानी सुनाती थी.…. तुमसे बात करके एक भरोसा जगता था। तुमने बहुत प्यार किया हमको और हम इस वजह से ना कभी तुमको भुला सकते हैं.… और ना कभी अपने आप को माफ़ कर सकते हैं।
चाहे हमारे बीच कैसी भी बात होती हो, अगली बार जब तुम्हारे कमरे में कदम रखते थे तो तुम्हारी आँखें चमक जाती थी.… तुम उठ कर बैठ जाती थी.… और मुस्कुराती थी। वोह आँखों की चमक, वोह मुस्कुराहट बहुत याद आएगी और बहुत सतायेगी।
अगर तुम्हारी नज़रों से देखें तो हम बहुत बुरे हैं। जिसको तुमने इतना प्यार किया, उसने आखरी कुछ सालोँ में कम ही बार तुमसे अच्छे से बात किया। इस बात को अच्छे से समझते थे अम्मा … हमेशा सबसे कहते थे की बड़ा मुश्किल रिश्ता बन गया है हमारा। मेरा एक हिस्सा है जो सिर्फ तुमसे प्यार ही कर सकता है लेकिन दूसरा हिस्सा तुम्हारे दुसरे पहलुओं को भी देखता है. बहुत मुश्किल था अम्मा… कई बार तुमको बताये भी हम इस बारे में।
बहुत याद आओगी अम्मा। मन में यह हमेशा कचोटेगा की तुम्हारे आखरी वक़्त में एक बार… बस एक बार तुम्हारा हाथ भी नहीं पकड़ पाये ….
Saturday, September 7, 2013
Dont know
Sad, frustrated and depressed.....dont know what to do!!! May be things would never be the same again.....but cant just let it go or happen. Trouble is that have no clue what should be done in this case. Just trying to keep myself occupied.
Friday, August 30, 2013
Sinking Feeling
Strange sinking feeling that something bad is going to happen.....things wont be same again. Killing me :(
Wednesday, July 17, 2013
Tum Badlogey Yeh Manzar Aisi Aas Hai......
अहमदाबाद में एक ड्राईवर की कही,
वोह बात अभी भी याद है,
उसने जो चाहा था वो,
आज लाखों करोड़ों की फ़रियाद है,
कहा था उसने की वो,
गाँधी से उदास है,
अपने विकास के लिए उसे बस,
नरेन्द्र भाई मोदी पर विश्वास है,
उसकी बात ज़रूर आश्चर्यजनक लगी ,
पर आज का सच दिखाती है,
आज आम आदमी की सोच को,
बखूबी दर्शाती है,
गुजरात के उस बेटे ने,
हमें आजादी दिलाई थी,
आखिर में रास्ता भटकने पर,
अपनों से गोली खायी थी,
गुजरात के इस बेटे ने,
शुरुआत में ज़रूर हो गलत काम किया,
पर अपनी सोच और विकास से,
देश और विश्व में अपना नाम किया,
आज देश के हालात से,
हर कोई शर्मसार और ग़मगीन है,
गरीबी, मेहेंगाई, अव्यवस्था के मारे हर भारतीये की,
हालत बड़ी संगीन है,
कमरतोड़ दी है आम आदमी की मेहेंगाई ने,
व्यापक भ्रष्टाचार ने फैलाया अंधियारा है,
स्वर्णिम भविष्य बनाने के लिए,
नरेन्द्र भाई लगता एक ही सहारा है,
औरों की तो नहीं कह सकता,
मुझे राम मंदिर की परवाह नहीं,
विकास हो, देश का गौरव सम्मान बढे,
बस हो संचालन की दिशा सही,
हालत भले हो खराब मगर,
तुम बदलोगे यह मंज़र ऐसी आस है,
पता नहीं सही है या गलत,
पर नरेन्द्र मोदी पर अटूट विश्वास है,
कहीं टूटा यह विश्वास,
तो हमसे धोखा बहुत बड़ा होगा,
सच बता रहे हैं नरेन्द्र भाई,
हम में से ही कोई, नाथूराम गोडसे बन खड़ा होगा
Tuesday, January 1, 2013
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